भारत देश को आजादी के 72 वर्षो में एक उपलब्धि मिली हैं | की आज वर्तमान में हर दूसरा आदमी परेशान हैं क्यों ? सभी राजनैतिक पार्टियों के द्वारा किये गए कार्यों से आज "देश का युवा” इस चिंता में डूबा हुआ हैं की "99” लिखने के लिए कोनसा 9 पहले लिखुँ ?
हमारे यहां अनेकों तरह के दान किए जाते रहे हैं | जैसे - कन्यादान , गोदान, नेत्रदान, रक्तदान इत्यादि | लेकिन आज सोशल मीडिया पर नि : शुल्क व खतरनाक तरीके से जो दान दिया जा रहा हैं | इसे "ज्ञानदान " कहते हैं | यह नि : शुल्क व स्वार्थरूपेण भावना से दिया जाने वाला "ज्ञानदान" दिन -ब- दिन बढ़ता चला जा रहा हैं | इस ज्ञान -दान में जात- पात, छुआछूत , हिन्दू-मुस्लिम , मंदिर -मस्जिद , धर्म की लड़ाई आदि से युवाओं का ध्यान आकर्षित किया जा रहा हैं | मुझे यह जानकर बहुत आश्चर्य होता हैं कि "ज्ञानदाता " इस तरह की भावना को लाते कहाँ से हैं ?
कुल मिलाकर आज हम स्वंय स्वार्थी हो गए हैं यदि हमारे पड़ोसी के किसी भी तरह का खुशी या गम का माहौल होता हैं तो हम उसमें शरीक होना कम पसंद करने लगे हैं | इसके अतिरिक्त सार्वजनिक क्षेत्र में किसी भी तरह का फायदा या नुकसान होने पर हमें कोई फर्क नहीं पड़ता हैं | जबकि हमारा दायित्व बनता हैं की सार्वजनिक क्षेत्र की सभी समस्याओं की जिम्मेदारी व्यक्ति को "व्यक्तित्व सामाजिक दायित्व " समझ समाधान करनी होगी |
आज बात करें सरकार की तो : यदि हमारे देश का युवा ऐसी तरह भम्रित होता रहा तो वह दिन दूर नहीं होगा जब सरकारें विदेशों की ओर पलायन करने लगेगी, साथ ही हमारे देश को खोखली अवस्था में छोड़ जाएगी |
अत: भारत नव निर्माण पार्टी अगर सत्ता में आती हैं तो नशाखोरी के धंधों पर लगाम, भ्रष्टाचार पर कड़े कानून, देश में अंदरूनी सुरक्षा, उज्जवल शिक्षा, रोजगार के अवसर, सफल स्वस्थ सुविधाएँ आदि विषयों पर जनता के सहयोग के साथ कार्य करेगी | निम्न कार्यो की कमी के चलते आज हमारा देश और खोखला होता चला जा रहा हैं जिसकी भनक हमें नहीं लग पा रहीं हैं |
मेरे देश के युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं आदि से यही अपील हैं सभी लोग अपना कार्यदायित्व पूरे तन -मन के साथ करते हैं , तो आपको कभी किसी सरकार / नेता/ अफसर के आगे झुकने की जरूरत नहीं होगी |
इसलिये उठो,
जागो ,समझो
"संगठित रहोगे ,सुरक्षित रहोगे "
सत्यमेव जयते
वन्दे मातरम !